केंद्रीय गृहमंत्री ने इंडिया टुडे से बात करते हुए अरविंद केजरीवाल की रिहाई पर टिप्पणी की है.
अमित शाह ने कहा, “ये ज़मानत नहीं है, अस्थायी बेल है, 1 तारीख़ को फिर सरेंडर होना पड़ेगा.”
केजरीवाल अंतरिम ज़मानत मिलने के बाद प्रचार में जुट जाएंगे.
अमित शाह ने कहा, “प्रचार तो वो कर ही सकते हैं, बहुत सारे लोग प्रचार कर रहे हैं, वो भी करें. जब जब वो प्रचार करने जाएंगे लोगों को शराब घोटाला याद आएगा.”
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कथित शराब घोटाले में भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ़्तारी के 50 दिन सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम ज़मानत मिलने के बाद रिहा हुए हैं.
अरविंद केजरीवाल ने रिहा होने के बाद कहा है कि देश में तानाशाही का माहौल है और पूरे देश को इसके ख़िलाफ़ एकजुट होकर लड़ना होगा.
- जेल से छूटकर घर पहुंचे केजरीवाल, कहा- ‘देश तानाशाही के दौर से गुज़र रहा है’
- इमेज स्रोत,@AAMAADMIPARTYइमेज कैप्शन,अरविंद केजरीवाल गिरफ़्तार होने के 50 दिन बाद जेल से छूटे हैंसुप्रीम कोर्ट से अंतरिम ज़मानत मिलने के बाद तिहाड़ जेल से अपने आवास पहुंचे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि देश तानाशाही के दौर से गुज़र रहा है और सभी को मिलकर इसके ख़िलाफ़ संघर्ष करना है.केजरीवाल ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया है कि वो शनिवार को हनुमान मंदिर में पूजा करने और प्रेस वार्ता करने के अलावा दक्षिणी दिल्ली में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ रोड शो में भी शामिल होंगे.अपने आवास पहुंचे केजरीवाल ने कहा, “मैं देश के करोड़ों-करोड़ों लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं, उन्होंने अपनी दुआएं भेजीं, अपना आशीर्वाद भेजा, जिसकी वजह से आज मैं जेल से बाहर आया हूं.”केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि भारत इस समय तानाशाही के दौर से गुज़र रहा है.अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली के कथित शराब नीति घोटाले में भ्रष्टाचार करने के आरोप हैं. उन्हें 21 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ़्तार किया था.अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम ज़मानत लेकर 50 बाद जेल से रिहा हुए हैं.केजरीवाल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “आज देश बहुत तानाशाही के दौर से गुज़र रहा है. हमारा देश चार हज़ार साल से अधिक पुराना है. हमारा देश महान देश है, जब-जब किसी ने तानाशाही करने की कोशिश की, लोगों ने उसे कभी बर्दाश्त नहीं किया.”उन्होंने कहा, “आज देश तानाशाही के दौर से गुज़र रहा है, मैं तन-मन-धन से उसके ख़िलाफ़ संघर्ष कर रहा हूं. हम सभी को मिलकर इस तानाशाही को हराना है. मैं लोगों से अपील करता हूं, हमें सबको मिलकर देश को बचाना है.”अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर लोकसभा चुनावों के दौरान प्रचार करने के लिए अंतरिम ज़मानत मांगी थी. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें सशर्त 1 जून तक ज़मानत दी है.केजरीवाल इस दौरान अपने सरकारी कार्यालय नहीं जा सकेंगे और किसी भी फ़ाइल पर साइन नहीं कर सकेंगे.