बचे हुए शेष मशीनों को भी विधानसभा को किया गया आवंटित
छपरा : लोक सभा चुनाव के लिए प्रथम रैंडमाइजेशन के बाद वेयरहाउस में शेष बची मशीनों को भी विधानसभा को आवंटित कर दिया गया है। उक्त जानकारी जिला निर्वाचन पदाधिकारी -सह- जिला पदाधिकारी अमन समीर ने शुक्रवार को जिला सूचना विज्ञान कार्यालय में आयोजित पूरक रैंडमाइजेशन में उपस्थित सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को दिया। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग से इस संबंध में निदेश प्राप्त हुआ कि प्रथम रैंडमाइजेशन में बूथ संख्या के 120 फीसद बीयू, सीयू और 130 फीसद वीवीपैट आवंटन के बाद शेष बच गयी मशीनों को भी विधानसभा को अलॉट किया जा सकता है।उन्होंने कहा कि हमारे वेयरहाउस में उक्त मशीनें ऐसे ही पडी रहतीं। इससे बेहतर है कि वह फिल्ड में सुरक्षित मशीनों के रूप में रहें। ताकि कमिशनिंग और पोल के दौरान इवीएम के त्रुटि के समय उन्हें बदलने में परेशानी न हो। डीएम श्री समीर ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग इवीएम में पारदर्शिता को लेकर बहुत ही संवेदनशील है। इसलिए प्रत्येक स्तर और प्रकिया में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति अनिवार्य किया गया है।
उन्होंने बताया कि वेयरहाउस पर अभी सेग्रिगेशन और स्कैनिंग का कार्य चल रहा है। उसके बाद मशीनों को विधानसभा के लिए चिन्हित डिस्पैच सेंटर पर भेजा जाएगा। प्रत्येक चरण और कारवाई की सूचना राजनैतिक दलों को दी जाती है। आप सभी से आग्रह है कि वेयरहाउस और डिस्पैच सेंटर पर अपने प्रतिनिधि को उपस्थित रहने के लिए प्राधिकृत करें। जो सभी कार्रवाइयों का अवलोकन करेंगे।
उन्होंने बताया कि रेंडमाइजेशन, स्कैनिंग या मशीनों का मूवमेंट आयोग के विशेष सुरक्षित ऐप ईएमएस के द्वारा किया जाता है। उसे भी बिना मेरी अनुमति और उपस्थिति के तथा बिना मेरे ओटीपी दिए खोला नहीं जा सकता है। इस ऐप और सूची में मैनुअल कुछ भी नहीं किया जा सकता है। इसके माध्यम से आयोग एक-एक मशीन को ट्रैक कर सकती है कि कौन सी मशीन देश के किस बूथ पर प्रयोग की जा रही है। उन्होंने बताया कि शेष बची 175 बीयू, 185 सीयू और 199 वीवीपैट को दसों विधानसभा में पूरक रैंडमाइजेशन के द्वारा वितरित करने के बाद यह संख्या भी संबंधित विधानसभा में पूर्व की संख्या में जुड़ जाएंगी। उन्होंने बताया कि विधान सभा स्तर पर भी द्वितीय रैंडमाइजेशन किया जाएगा। तब मशीनें बूथ वार सेग्रीगेट हो जाएंगी। उसके बाद ही कमिशनिंग का कार्य किया जाएगा। इसके पश्चात चुनाव आयोग के ईएमएस सिस्टम पर रैंडमाइजेशन प्रारम्भ किया गया। रैंडमाइज्ड मशीनों की सूची पर जिला निर्वाचन पदाधिकारी के साथ ही अपर समाहर्ता शंभू शरण पांडेय, नगर आयुक्त सह वरीय प्रभारी पदाधिकारी इवीएम सेल सुमित कुमार, बीजेपी के डॉ धर्मेंद्र कुमार सिंह, राजद के उपेन्द्र यादव, कांग्रेस के अजय सिंह, एलजेपी आर के धीरज कुमार सिंह, जदयू के मो फिरोज, रालोम के चंदा बाबु सिंह ने सभी सूची के हर पृष्ट पर हस्ताक्षर किया।
डीएम ने बताया कि हस्ताक्षरित प्रति आयोग और जिला के वेबसाइट पर भी अपलोड कर दी जाएगी। जिसे देखा जा सकेगा। वहीं उन्होंने सभी राजनीतिक दलों को सूची की हार्ड कॉपी उपलब्ध कराने का निदेश दिया। इस अवसर पर डीडीसी प्रियंका रानी, सहायक डीएम शिप्रा चौधरी, उप निर्वाचन पदाधिकारी जावेद एकबाल, अवर निर्वाचन पदाधिकारी एखलाक अंसारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी रवि प्रकाश, डीआईओ तारणी कुमार, बीजेपी के ई. सत्येंद्र कुमार सिंह, कांग्रेस के डॉ शंकर चौधरी आदि उपस्थित थे।