बच्चे का नाम हन्ना कैम हॉक रखा गया है। वह अपनी 56 साल की दादी की गोद में। दादी ने ही उसे अपनी कोख में पाला।
अमेरिका के उटाह में एक 56 साल की महिला नैन्सी हॉक ने अपने ही बेटे-बहू की पांचवी संतान को जन्म दिया। सरोगेसी के जरिए बेटे के बच्चे को जन्म देने का फैसला इसलिए करना पड़ा, क्योंकि उनकी बहू कैंब्रिया की हिस्टेरेक्टॉमी (गर्भाशय को हटाने वाली सर्जरी) हो चुकी थी।
नैन्सी के बेटे-बहू जेफ और कैंब्रिया के चार बच्चे हैं, पांचवी बच्ची के लिए सरोगेसी का सहारा लेना पड़ा।
नैन्सी के बेटे-बहू जेफ और कैंब्रिया के चार बच्चे हैं, पांचवी बच्ची के लिए सरोगेसी का सहारा लेना पड़ा।
9 घंटे तक लेबर पेन में रहीं नैन्सी
उटाह टेक यूनिवर्सिटी में काम करने वाली नैन्सी को हन्ना के जन्म से पहले 9 घंटे तक लेबर पेन हुआ। उधर डॉ. रसेल फॉल्क के मुताबिक एक महिला के लिए अपने पोती को जन्म देना असामान्य है, लेकिन इसमें एज कोई फैक्टर नहीं है। यह पूरी तरह हेल्थ पर आधारित है। यानी 56 साल की नैन्सी बच्चे को जन्म देने के लिए शारीरिक रूप से फिट थीं।
जन्म के बाद नैन्सी, हन्ना को अपने साथ लेकर नहीं आईं, उन्होंने उसे अपनी बहू कैंब्रिया को ही सौंप दिया था। नैन्सी ने 11 फरवरी 2022 को जन्मी पोती का नाम हन्ना रखा है। ये खबर वायरल होने के बाद अब मीडिया में आई है।
कैंब्रिया ने अपनी सास के साथ बाकायदा मैटरनिटी फोटोशूट भी करवाया था।
कैंब्रिया ने अपनी सास के साथ बाकायदा मैटरनिटी फोटोशूट भी करवाया था।
नैन्सी और हन्ना का मतलब एक ही है
नैन्सी की बहू कैंब्रिया ने बताया कि उन्होंने अपनी मदर-इन-लॉ का शुक्रिया अदा करने के लिए अपनी बेटी का नाम हन्ना रखा है। नैन्सी और हन्ना का एक ही मतलब होता है- ग्रेस या अनुग्रह। जेफ ने बताया कि प्रेग्नेंसी के दौरान एक रात अचानक उनकी मां रात में हड़बड़ा कर उठ गईं। उन्हें एक आवाज सुनाई दी- मेरा नाम हन्ना है।
इसके बाद नैन्सी इस बात को लेकर आश्वस्त थीं कि उनके गर्भ में पल रहा बच्चा लड़की है। उन्होंने इसके लिए कोई जेंडर टेस्ट भी नहीं करवाया था।
हन्ना के जन्म के समय उनके बेटे और बहू कैंब्रिया भी लेबर रूम में मौजूद रहे।