रतन पटेल, चित्रकूट: चित्रकूट के रैपुरा थाना क्षेत्र के देवकली गांव में मामूली विवाद में एक जीआरपी जवान की पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इससे आहत होकर उसके पति ने सरकारी रायफल से खुद को गोली मारकर अपनी जान दे दी। वह जीआरपी झांसी में तैनात थे। दंपती के आत्महत्या से पूरे जिले में सनसनी फैल गई है। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच घटना स्थल का जायजा लिया। आत्महत्या का कारण पति-पत्नी के बीच झगड़ा बताया जा रहा है।चित्रकूट में आतंक का पर्याय रहे दुर्दांत डकैत ददुआ के देवकली गांव निवासी मयंक पटेल जीआरपी झांसी में कांस्टेबल पद पर तैनात था। लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण के मतदान में उसकी ड्यूटी बिजनौर जिले में लगी थी। ग्रामीण बताते हैं चुनाव ड्यूटी करने के बाद वह सरकारी राइफल लेकर रविवार को अपने गांव देवकली आया था। इसके बाद सोमवार को सारा दिन अपने परिवार के साथ रहा।
रात में करीब एक बजे उसने घर की छत पर सो रहे अपने पिता को जाकर बताया कि उसकी पत्नी कुसुम देवी (26) ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। इसके बाद परिजन जब कमरे में पहुंचे तो देखा कि कुसुम का शव बेड पर पड़ा था। घटना की पुलिस को सूचना दी जाती उसके पहले मयंक ने अपने परिवार वालों से कहा कि वह चुनाव ड्यूटी में है इसलिए जा रहा है। इसके बाद सरकारी राइफल लेकर घर से करीब सौ मीटर दूर ग्राम प्रधान के दरवाजे पहुंचा और खुद को गोली मार ली। गोली चलने की आवाज सुन परिवार के लोग दौड़कर पहुंचे यह देखा कि मयंक मृत पड़ा था।
वही घटना की सूचना पर देवकली गांव पहुंचे पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि दंपती के आत्महत्या का कारण अभी सामने नहीं आया है। बताया कि बिजनौर जिले से प्रथम चरण के चुनाव की ड्यूटी करने के बाद 21 अप्रैल को सिपाही अपने गांव देवकली आया था। आगे की कार्यवाही फील्ड यूनिट की रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी। शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम को भेजा गया है। एसपी ने बताया कि संभावना जताई जा रही है पत्नी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। मयंक ने पत्नी के आत्महत्या करने के बाद सरकारी राइफल से गोली मारकर खुदकुशी की है