NTA NEET UG 2024 Latest News in Hindi: करीब 24 लाख स्टूडेंट्स के लिए नीट 2024 परीक्षा रविवार, 5 मई को ली गई है। लेकिन एग्जाम ओवर होने के बाद से ही NEET Exam 2024 विवादों में घिरा हुआ है। बात नीट यूजी पेपर लीक की है। कुछ फोटो सामने आने के बाद से लाखों छात्र और अभिभावक परेशान हैं। वहीं, परीक्षा का संचालन करने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी लगातार नए नोटिस जारी करके अपनी सफाइयां दे रही है। अब NTA ने नया नोटिस जारी किया है।सोमवार, 6 मई को जारी नोटिस में एनटीए ने कुल 5 प्वाइंट्स में अपनी पूरी तस्वीर साफ की है। इसे पढ़कर आप भी अपने संशय दूर कर सकते हैं।
NEET Paper Leak: 5 प्वाइंट्स में जानें एनटीए ने क्या कहा
- National Testing Agency ने लिखा है कि ‘एनटीए के सिक्योरिटी प्रोटोकॉल और एसओपी द्वारा पता लगाया गया है कि ‘नीट पेपर लीक की तरफ इशारा कर रहे सोशल मीडिया के पोस्ट पूरी तरह से गलत हैं। इनका कोई आधार नहीं है। इन अफवाहों पर विराम लगाने के लिए, ये भी बताया जा रहा है कि हर एक नीट क्वेश्चन पेपर का डेटा रखा जाता है। ये भी जान लें कि एक बार सेंटर का गेट बंद होने के बाद, बाहर से कोई भी एग्जाम हॉल में एंटर नहीं कर सकता। पूरा कैंपस सीसीटीवी की निगरानी में रहता है।’
- एनटीए ने आगे कहा है, ‘जैसा कि रविवार की प्रेस रिलीज में बताया गया था कि राजस्थान के सवाई माधोपुर के एक परीक्षा केंद्र पर कुछ छआत्र जबरदस्ती एग्जाम खत्म होने से पहले नीट का प्रश्न पत्र लेकर बाहर निकल आए थे। इस पेपर की एक फोटो वायरल हो रही है और उसे NEET Paper Leak से जोड़ा जा रहा है। जैसा कि पहले भी बताया गया है कि एक बार परीक्षा शुरू होने के बाद किसी भी परिस्थिति में कोई भी बाहर व्यक्ति या एजेंसी नीट एग्जाम सेंटर एक्सेस नहीं कर सकती।’
- इसके अलावा सोशल मीडिया पर वारयल नीट क्वेश्चन पेपर की किसी भी और फोटो का उन प्रश्न पत्रों से कोई वास्ता नहीं है जो परीक्षा में बांटे गए थे।
- एनटीए ने ये भी बताया है कि कुछ गड़बड़ियों के मामले सामने आए, जिन पर सख्त कार्रवाई की गई।
- एजेंसी ने बताया कि परीक्षा खत्म होने के बाद किसी भी तरह की गड़बड़ी (UFM- Unfair Means) का पता लगाने के लिए एनटीए पोस्ट एग्जाम एनालिसिस करता है। निर्धारित नियमों के अनुसार ऐसी गड़बड़ी वाले मामलों पर एक्शन लिया जाता है। इन सख्त एक्शंस में गड़बड़ी करने वाले स्टूडेंट्स की उम्मीदवारिता रद्द करने से लेकर उसे आने वाले वर्षों में परीक्षा से बाहर कर देना भी शामिल है।